- वेल्डिंग का कार्य कंस्ट्रक्शन साइट और मेंटेनेंस के कामों में करते हैं। वेल्डिंग के काम में आग लगना, विस्फोट होना, इलेक्ट्रिक शॉक, आँखों में जलन व जलने का खतरा रहता है। वेल्डिंग कई प्रकार की होती है जैसे आर्क वेल्डिंग, टिग वेल्डिंग, मिग वेल्ड वेल्डिंग इत्यादि। वेल्डिंग का कार्य हॉट वर्क में आता है और हॉट वर्क के नियमों के हिसाब से सावधानियां करनी होती हैं।
- वेल्डिंग के कामों को सुरक्षित ढंग से करने के लिए निम्नलिखित सुरक्षा सावधानियों को अपनाएं।
- वेल्डिंग के काम को कुशल व प्रशिक्षित वेल्डर के द्वारा ही किया जाना चाहिए।
- वेल्डिंग मशीन की डबल बॉडी अर्थिंग होनी चाहिए तथा इसके कनेक्शन ई एल सी बी के माध्यम से होने चाहिए।
- वेल्डिंग मशीन की केबल में जॉइंट नहीं होना चाहिए। अगर किसी कारण जॉइंट आता है तो उसे मेल फीमेल से जोड़ना चाहिए।
- वेल्डिंग मशीन को एक शेड या बूथ में रखना चाहिए और केबल का सुरक्षित ले आउट होना चाहिए जिससे कि फ्लोर इत्यादि पर
- कोई फसकर गिरे नहीं। केबल को हमेशा २ मीटर ऊंचाई पर टांगना चाहिए। वेल्डिंग मशीन पर इंस्पेक्शन टैग (फिट फॉर उसे ) लगाना चाहिए। जिसका मतलब है की मशीन उपयोग कर सकते हैं। मशीन का मासिक इंस्पेक्शन होना चाहिए और अगर इस दौरान कुछ खराबी होती है तो तुरंत अपने सुपरवाइजर को बताना चाहिए जिससे कि प&म विभाग उसको सही कर सके।
कार्य करते समय रिटर्न लीड (अर्थिंग) को डायरेक्ट कनेक्ट करें। किसी पाईप लाइन, चैनल, एंगल, सरिया से अर्थिंग ना ले। ऐसा करने से मशीन पर ज्यादा लोड बढ़ता है जिससे मशीन गर्म हो जाती है और लक्स, वायर आदि ख़राब हो जाते हैं। स्पार्क से आग लगने व करंट लगने का खतरा भी रहता है। - वेल्डिंग मशीन के टर्मिनल पॉइंट (जहां बिजली के तार जोड़े गए हैं) इंसुलेटेड या कवर होने चाहिए।
- वेल्डिंग होल्डर में इलेक्ट्रोड (वेल्डिंग रोड) लगा हुआ न छोड़ें। इलेक्ट्रोड को निकाल दें। इससे दुर्घटना हो सकती है। बचा हुआ इलेक्ट्रोड किसी बॉक्स में जमा करें, इसे ईधर उधर न फेकें।
- वेल्डिंग करते समय उचित PPEs का इस्तेमाल करें जैसे सही नंबर का वेल्डिंग शील्ड (सेफ्टी हेलमेट के साथ जुड़ने वाली
- वेल्डिंग शील्ड), एप्रोन, स्लीव्स, लेदर हैंड ग्लवस का उपयोग करें। वेल्डर हेल्पर को डार्क सेफ्टी चस्मा का उपयोग करना चाहिए। वेल्डिंगआर्क की चमक से आंखों में जलन हो सकती है।
- वेल्डिंग करते समय (हॉट वर्क के पास) एक फायर सिलेंडर, सैंड बकेट व पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
- ऊंचाई पर वेल्डिंग करते समय, गिरने वाले स्पार्क को रोकने के लिए फायर ब्लैंकेट व जी आई शीट का उपयोग करें जिससे कि स्पार्क नीचे न गिरे। नीचे से जलने वाली सभी मैटेरियल्स को हटा दें व नीचे कोई दूसरा कार्य नहीं होना चाहिए। वर्क एरिया को अच्छे तरीके से बैरिकेड करना न भूले।
- बंद कमरे में वेल्डिंग करते समय उचित वेंटिलेशन को सुनिश्चित करना चाहिए।
- गीली जगह पर वेल्डिंग करते समय उचित सावधानी बरतें। ऐसी स्थिति में वेल्डिंग मशीन को पुरे शेड में रखना जरुरी है नहीं तो करंट लगने का खतरा रहता है।
- आयल ड्रम या बैरेल को बेल्डिंग इलेक्ट्रोड से न काटें। इससे विस्फोट होने का खतरा रहता है। ऐसे काम कोल्ड वर्क करके किए जाते हैं।
- बंद कमरों में किसी पेंट किये हुए जगह पर वेल्डिंग से पहले पेंट को साफ कर दें तथा उचित वेंटिलेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
- वेल्डिंग केबल्स को बिजली की केबल व गैस होज से दूर रखें। और इन्हें सुरक्षित ढंग से फ्लोर पर ऊपर ऊपर रूट करें।
- सीमित स्थानों (कॉनफाइंड स्पेस) में वेल्डिंग के समय, उचित वेंटिलेशन और लाइटिंग की व्यवस्था को सुनिश्चित करें। ट्रांसफार्मर टाईप की वेल्डिंग मशीन का उपयोग न करें।
- चालू मशीन की वेल्डिंग केबल्स को हांथों के ऊपर रील न करें।
- कार्य पूरा होने के बाद साइट पर अच्छी हाउस कीपिंग करें और ऊंचाई पर किये गए कार्य पर कोई सामान छोड़कर नहीं जाना चाहिए।नाचाहिए।