कंस्ट्रक्शन साइट और सम्बंधित इंडस्ट्री में ऊंचाई से गिरने का सबसे बड़ा खतरा होता है और ज्यादातर काम ऊंचाई के होते है। कार्यों के दौरान हम लोग अस्थाई जुगाड़ जैसे स्कफोल्डिंग, गोंडोला, स्पाइडर किट, कैंटीलीवर इत्यादि का इस्तेमाल करके काम करते है। ऊंचाई के कामो में दो तरह के मुख्य खतरे होते है। एक आदमी का ऊंचाई से गिरना तथा दूसरा सामान का गिरना। साइट में लगभग 40 से 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं ऊंचाई से सम्बंधित कामो में होती है। इन दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमें काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है। कार्य शुरू करने से पहले खतरों को पहचानना बहुत जरुरी है। ऐसे कार्यों में हर एक आदमी का सुरक्षा के प्रति समर्पण जरूरी है। कभी कभी किसी और की गलतियों से दुर्घटनाएं हो जाती हैं।
आइये ऊंचाई पर कार्य करते समय सुरक्षा नियमो के बारे में जाने।
1.8 मीटर की ऊंचाई के बाद हाइट वर्क के नियम लागू होते है। 2 मीटर या उससे ऊपर के काम जहाँ स्थायी प्लेटफार्म नहीं हों तो वहां स्कैफ़ोल्डिंग प्लेटफॉर्म व कार्य के अनुसार कोई अन्य प्लेटफॉर्म लगाकर काम करना चाहिए।
जहाँ पे स्कफोल्डिंग प्लेटफार्म लगाना संभव न हो तो ऐसी जगहों पे पोर्टेबल प्लेटफॉर्म, मोबाइल प्लेटफॉर्म या बूम लिफ्ट इत्यादि का उपयोग करके ऊंचाई पर काम करना चाहिए।
ऊंचाई पर कार्य करने से पहले रिस्क असेसमेंट (खतरों की पहचान) करके सुरक्षा के सही इंतजाम सुनिश्चित करें।
ऊंचाई पर कार्य शुरू करने से पहले नीचे के एरिया को सही तरीके से बैरिकेड करना चाहिए और साइन बोर्ड (जैसे कार्य प्रगति पर हैं) भी लगाना जरुरी है। और अगर बैरिकेडिंग लगाना संभव नही हैं तो सेफ्टी नेट का इस्तेमाल करना चाहिए।
2 मीटर या उससे ऊपर के ऊंचाई के कार्यों में दो रस्सी वाली सेफ्टी बेल्ट/ हार्नेस (फुल बॉडी डबल लेनयार्ड) पहनना अनिवार्य है। सेफ्टी हार्नेस को किसी मजबूत जगह पर हुक करना चाहिए। हमेशा अपने कंधे से ऊपर बेल्ट के हुक को फसाना चाहिए। इससे किसी भी स्थिति में गिरने के बाद शरीर पर कम झटका आता है।
ऊंचाई से चढ़ते उतरते समय बाड़ी हार्नेस की एक लेनयार्ड को हमेशा हुक करके रखे। एक खोलो और एक हुक करते हुए ऊंचाई से चढ़े उतरे। इसी तरह ऊंचाई पर एक जगह से दूसरी जगह जाते समय बाड़ी हार्नेस की एक लेनयार्ड (रस्सी) को हमेशा हुक करके रखना चाहिए।
ऊंचाई पर बीम, फ्लोर के किनारों (फ्लोर एज), स्ट्रक्चर इरेक्शन, पाइपलाइन इत्यादि पे कार्य के दौरान अगर एक जगह से दूसरी जगह पर जाना होता है तो लाइफलाइन की व्यवस्था करनी चाहिए। लाइफलाइन की क्षमता 2300 किलोग्राम प्रति व्यक्ति होनी चाहिए।
सीढ़ी (लैडर) पर ऊंचाई का काम करना सामान्य रूप से गलत है। अगर कोई दसरा विकल्प नहीं हो सकता है तो लैडर बंधी हुई होनी चाहिए या कोई इसे पकड़ के रखना चाहिए और साथ में सेफ्टी हार्नेस का उपयोग करना चाहिए। सीढ़ी के ऊपर ड्रिल मशीन चलाने जैसे कार्यों से बचना चाहिए क्योंकि सीढ़ी का प्लेटफार्म सिमित होता है और गिरने का खतरा रहता है।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जुगाड़ करके ऊंचाई पर कार्य नहीं करना चाहिए। जैसे आयल बैरेल, ड्रम, कुर्सी इत्यादि का प्लेटफार्म बनाकर कार्य नहीं करना चाहिए।
मैन लिफ्ट में ऊंचाई पर कार्य करते समय सेफ्टी हार्नेस लाइफलाइन और फॉल एरेस्टर का उपयोग करना चाहिए।
सेफ्टी हार्नेस को स्प्रिंकलर पाइपिंग, इंस्ट्रूमेंट ट्यूबिंग, कंडयूट, केबल ट्रे इत्यादि से नही बांधना चाहिए।
ऊंचाई पे काम करले समय स्कैफ़ोल्डिंग प्लेटफार्म में कोई ओपनिंग नहीं होनी चाहिए, गार्ड रेल मिड और टॉप, टॉय बोर्ड और चढ़ने उतरने के लिए सही सीढ़ी लगी होनी चाहिए।
मधुमखी छूटाने से पहले सही रिस्क का आकलन कर। तथा संबंधित पी पी ई जैसे हुड, ऐप्राण, ग्लव्स इत्यादि का उपयोग करे।
ऊंचाई पर काम करने की जगह से गिरने का खतरा होता है, इसीलिए वहां टॉप रेलिंग 1050 मिलीमीटर पर, मिड रेलिंग 525 मिलीमीटर पर, टॉ बोर्ड 150 मिलीमीटर साइज का लगाना होता है।
प्लेटफार्म पर अगर कोई सामान हो तो, मिड रेल और टो बोर्ड के बीच में स्किन लगाना चाहिए। जिससे कि कोई सामान नीचे न गिरे।
ऊंचाई पर काम की जगह पे अगर कोई ओपनिंग है और वहां से कोई गिर सकता है तो उन्हें अच्छी तरह से रेलिंग लगाकर या ग्रेटिंग से कवर करके प्रोटेक्ट करना चाहिए।
सीढ़ी व ज़ीना चढ़ते उतरते समय हेंड रेल का प्रयोग अवश्य करे। सीढ़ी पर चढ़ते समय हाथों में कोई सामान नहीं होना चाहिए।
सीडी को लेवल जगह पर लगाकर इसे बांध कर रखना चाहिए। सीडी लेन्डिंग पॉइंट से लगभग 1 मीटर ऊपर निकली होंनी चाहिए। टूटी हुई या डिफेक्टिव सीढ़ी का इस्तेमाल नही करना चाहिए। सीढ़ी को कार्य करने से पहले चेक कर ले कि कही कोई डिफेक्ट तो नही है।
पोर्टेबल लैडर को सामान्यतः 75 डिग्री के एंगल पर लगाये। इसका मतलब 1:4 (हॉरिजॉन्टल : वर्टीकल)।
लैंडिंग प्लेटफॉर्म में स्नेप चैन लगाना चाहिए जिससे कि कोई एक्सेस की ओपनिंग से नीचे न गिरे।
हैंड रेल पर चढ़कर या लटककर काम न करे। किसी कारण अगर हैंड रेल से बाहर निकल के काम कर रहे है तो सेफ्टी हार्नेस पहनना और उसको सही जगह पर हुक करना बहुत जरुरी है अथवा लाइफ लाइन में फॉल एरेस्टर लगाकर सेफ्टी बेल्ट हुक करें।
स्कफोल्डिंग का काम करते समय गिरने से बचने के लिए सावधानी रखना बहुत जरुरी है। अगर स्कफोल्डिंग बनाते समय उस पर सपोर्ट या वॉल ब्रैकेट सपोर्ट या स्टेबल नही है तो लाइफलाइन और फॉल एरेस्टर व अन्य आधुनिक साधनों का उपयोग करना चाहिए।
खराब मौसम व तूफान में स्कफोल्डिंग या अन्य ऊंचाई का कार्य नही करना चाहिए।
स्कोप रूफ पर काम करने से पहले लाइफलाइन, एंकर पॉइंट्स की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
फ्लोर के किनारे से २ मीटर के अंदर काम के समय बाड़ी हार्नेस पहन के काम करना अनिवार्य है तथा एंकर पॉइंट मज़बूत होना चाहिए।
सीमित स्थान के अंदर काम करते समय बॉडी हार्नेस का उपयोग करे तथा इसे किसी मजबूत जगह पर हुक करना न भूले।
लोडिंग अनलोडिंग के समय 2 मीटर या उससे ज्यादा ऊंचाई पे काम है और गिरने का खतरा है तो सेफ्टी हार्नेस का उपयोग करे।
ऊंचाई पे काम करने वाले सभी लोगों का उचित प्रशिक्षण अनिवार्य है। बाड़ी हार्नेस को सही तरीके से पहने। ये न ज्यादा टाइट हो और न ही ज्यादा लूज़ होना चाहिए।
बॉडी हार्नेस की कंडीशन की समय समय वे जांच करते रहे। अगर खराब हो गई हो तो इसे बिना किसी देरी के बदल ले। नुकीली सतहों पे हार्नेस को हुक न करे इससे रस्सी के कटने का डर रहता है। बाड़ी हार्नेस की दोनों रस्सियों को गांठ बांधकर न रखें।
बाड़ी हार्नेस को इस्तेमाल के बाद साफ सुथरी जगह पर रखें।
ऊंचाई का कार्य करने से पहले एक बार जरूर सभी जगहों को अच्छे से चेक करना चाहिए। किसी तरह की कोई खराबी नजर आती है तो तुरंत ठीक करें।
ऊंचाई के किसी भी कार्य में सुपरवाइजर का होना जरुरी है।