सड़क सुरक्षा और रोड़ पर हो रही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना सबसे अच्छा उपाय है। दिन प्रतिदिन बढ़ती दुर्घटनाओं का कारण जागरूकता की कमी है। हम आज इतने सक्षम ज़रूर हो गए हैं कि हर तीसरे आदमी के पास कार है। वह कहीं भी आने-जाने के लिए अपनी खुद की गाड़ी से जाना पसंद करता है । केवल गाड़ी खरीदने या चलाने से पहले हमें सड़क सुरक्षा नियमों से जागरूक होना भी जरुरी है। जब तक हमें सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी नहीं होगी तब तक हम यूं ही दुर्घटना के शिकार होते रहेंगे। कुछ लोग जागरूक होने के बावजूद भी सड़क सुरक्षा नियमों को तोड़ते हैं जैसे कि कुछ लोग पैदाइसी नियम तोड़ होते हैं जिनका कोई इलाज नहीं ! इनको सरकार के सख्त से सख्त कानून से, पूरी ईमानदारी के साथ वाहन चलाने की अनुमति ही ना मिले तो कुछ सुधार होने की सम्भावना है। कुछ लोग समय कम होने की वजह से नियम तोड़ते हैं जिनको थोड़ी समझदारी बरतनी होती है, सुबह समय से ऑफिस या काम के लिए निकलोगे तो आप अपने आप नियमों का पालन करोगे। कुछ जवान खून (New Generation) जो हवा बाजी के चक्कर में दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। कुछ लोग नशे के आदि हैं तो वो नियमों का पालन तो करने की कोशिश करते हैं लेकिन वे नियमों पर संतुलन नहीं बना पाते। और अंत में बचे वो लोग जो रोड़ सेफ्टी के नियम कभी तोड़ते ही नहीं, वो लोग हमेशा ईमानदारी से नियमों का पालन करते हैं लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि वही लोग इन ऊपर वाले लोगों के शिकार बन जाते हैं।
सड़क सुरक्षा आज हमारे लिए एक गंभीर विषय बना हुआ है। क्योंकि इंसान जैसे-जैसे तरक्की कर रहा है, वैसे वैसे अपने आराम के साधन भी जोड़ रहा है। मौत का आंकड़ा कोरोना काल में जितना था उससे अधिक सड़क दुर्घटना का आंकड़ा देखा जा रहा है। पहले हम पैदल आते जाते थे, बैलगाड़ी, घुड़सवारी, साइकिल आदि आदि से यात्रा करते थे और आज हम एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए कार आदि का प्रयोग करने लगे हैं जिससे हमारी सेहत पर भी असर पड़ रहा है और छोटी सी चोट शरीर में पहले से मौजूद अन्य बिमारियों की वजह से बड़ा रूप ले लेती है। 500 मीटर या 1 किलोमीटर के दायरे में अगर कोई काम है तो कोशिश करें की आप पैदल चलकर उस काम को निपटाएं या साईकिल का इस्तेमाल करें। इस तरह हम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में थोड़ी सी मदद कर सकते है। क्योंकि कम दुरी पर हम थोड़ी देर के लिए जाते है तो पार्किंग भी पब्लिक एरिया में कर देते है और ये दुर्घटना का कारण बन जाती है इसलिए आज हम सभी को सड़क सुरक्षा नियमों को जानने की बहुत जरूरत है।
मोबाइल आज के वर्तमान समय में खाने पीने की चीजों से ज्यादा जरुरी हो चुका है। रोड पर चलते समय, गाडी चलाते समय, कोई खतरे वाला काम करते समय या खाना खाते समय भी मोबाइल हाथ से नहीं छूटता है। मोबाइल आज के वर्तमान समय में सबसे मुख्य दुर्घटना का कारण बना हुआ है। कोई भी दूसरा काम करते समय हमें मोबाइल इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से हमारा ध्यान भटक जाता है।
सड़क पर पैदल चलने वालों के लिए सुरक्षा नियम:
सड़क पार करते समय या सड़क पर चलते समय सबसे मुख्य और जरुरी नियम- मोबाइल फोन का कभी-भी इस्तेमाल ना करें।
सड़क पर पैदल चलते समय हमेशा वाहनों से सावधान रहें, आप सुरक्षा नियम अपनाते है लेकिन सामने वाले पर भरोसा नहीं करना।
यदि फुटपाथ बना है तो फुटपाथ पर ही चलें जहां फुटपाथ ना हो वहां हमेशा बाईं (लेफ्ट साइड की) ओर से चलें। बच्चों के साथ चलते समय उनका हाथ पकड़े रखें और उन्हें ट्रैफिक की तरफ न चलने दें।
सड़क पार हमेशा ज़ैब्रा क्रॉसिंग हो वहां से करें और जहां ज़ैब्रा क्रॉसिंग ना हो वहां दोनों तरफ देखें और फिर सड़क पार करें। जहाँ अंडरपास बना है या फ्लाईओवर बना है वहां रोड क्रॉस करने के लिए इनका प्रयोग करें।
रेलिंग से छलांग लगाकर या बैरिकेडिंग को हटाकर सड़क पार ना करें। जहाँ से रास्ता दिया है वहीँ से रोड़ क्रॉस करें।
शराब पीकर या किसी अन्य नशे की हालत में सड़क पर ना चले और रोड़ क्रॉस तो बिलकुल भी ना करें, किसी दूसरे की मदद लें ।
रात में सड़क पर निकलने से पहले रिफ्लेक्ट होने वाले कपडे, सफेद या हल्के रंग के व चमकीले कपड़े पहने ताकि वाहन चालक को आप दूर से दिखाई दें।
पुलिस, एंबुलेंस फायर ब्रिगेड वाहन या कोई अन्य आपातकालीन वाहन को रास्ता दें।
वाहन चालकों (ड्राइवर्स) के लिए सड़क सुरक्षा नियम: वाहन चलाने से पहले सावधानियां
ड्राइविंग करने से पहले से पहले अपने स्वास्थ्य को सामान्य जाँच लें। मिर्गी आना, हाथों पर किसी तरह की चोट, पैर में मोच हो तो गाडी न चलाएं। आपका स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए।
गाडी चलाने से पहले एक बार गाडी पर कपडा जरूर मारें ताकि गाडी का निरीक्षण हो सके कि कहीं गाडी के टायर या किसी अन्य पार्ट में कोई तकनीकी खराबी तो नहीं है और पेट्रोल की मात्रा जरूर चेक करें।
ड्राइवर को हमेशा विनम्र, सहनशील और धैर्यशील होना चाहिए।
नशीले पदार्थ का सेवन कर ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए।
ड्राइविंग करते समय कम्फर्टेबल जूते, चप्पल या कपडे पहनें जिससे आपको ड्राइविंग में कठिनाई ना हो।
कार में या ड्राइवर केबिन में सामान को इस तरह न रखें कि आपको ड्राइविंग करने में कोई कठिनाई हो।
गाड़ी स्टार्ट करने से पहले सीट बेल्ट जरूर लगाएं।
चलने से पहले साइड मिरर को अपने हिसाब से सेट कर ले ताकि बाद में ड्राइविंग करते समय आपको पीछे की वस्तु देखने में कोई कठिनाई न हो।
वाहन चलाते समय सावधानियां
गाडी चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें।
ड्राइविंग करते समय तेज़ आवाज में संगीत ना सुने।
गाड़ी के अंदर बच्चों या जानवरों के साथ ध्यान न भटकायें।
ज्यादा ओवर कॉन्फिडेंस होकर गाड़ी न चलाएं, सुरक्षा संकेतों को ध्यान में रखें।
निर्धारित गति पर गाडी चलाएं, स्पीड लिमिट क्रॉस न करें।
ट्रैफिक सिग्नल का हमेशा पालन करें – पीली लाइट पर सावधान हो जाओ (रुकने या चलने के लिए), लाल पर रुके और हरे पर चलें।
गाड़ी मोड़ते समय इंडिकेटर का जलाएं। यदि इंडिकेटर खराब हो तो हाथ से इशारा कर सकते हैं।
गाडी हमेशा लेन के निशानों के अंदर ही चलाएं।
लेन बदलते समय हमेशा – मिरर (शीशे) में देखें, सिग्नल दे और लेन बदलें।
मोड़ते समय वाहन को सही पोजीशन दें, स्पीड नियंत्रित करें और देखें कि आपको जहाँ मुड़ना है या जिस लेन में जाना है वह खाली है या नहीं।
जेबरा क्रॉसिंग पर हमेशा धीरे चलें।
खड़े वाहन की साइड से जाते समय अपनी गाड़ी की स्पीड धीमी रखें क्योंकि वहां से कोई भी इंसान या जानवर निकल सकता है।
सड़क पर चलने वाले हर एक इंसान की कुछ न कुछ अलग परिस्थिति होती है और रास्ता पाने का अधिकार होता है। ट्रैफिक को सहजता पूर्वक चलाने के लिए और सड़क का इस्तेमाल करने वाले सभी व्यक्तियों के हित के लिए हमें उन पर भड़कने की बजाय उन्हें रास्ता देना चाहिए।
लाल/ नीली बत्ती वाले वाहन जैसे पुलिस, एंबुलेंस फायर ब्रिगेड वाहन या कोई अन्य आपातकालीन वाहन को रास्ता दें।
रात के समय ड्राइविंग करते हुए सामने से आते वाहन को देख अपनी गाडी की हैडलाइट्स नीचे कर लेनी चाहिए ताकि सामने से आने वाले वाहन चालक को रास्ता दिखाई दे सके।
अपने वाहन की स्पीड के हिसाब से दूसरे वाहनों से निश्चित दूरी बनाए रखें ताकि दुर्घटना से बचा जा सके।
सड़क सुरक्षा नियमों में संकेतों को याद रखना और उनका पालन करना बहुत अनिवार्य है जैसे कि No Entry, Speed Limit, Stop, साइकिल वर्जित, पैदल यात्री वर्जित, अनिवार्य बाया या दाया मोड़, अनिवार्य रूप से आगे बढ़े, अनिवार्य रूप से बाई लेन में रहे, आगे स्कूल है, क्रॉस रोड, आगे ज़ैब्रा क्रॉसिंग है, आगे हस्पताल है, राउंटअबाउट आदि आदि संकेतों के लिए आप ट्रैफिक पुलिस के ट्रेनिंग सेशन की भी सहायता ले सकते हैं।
दुर्घटना की स्थिति में इमरजेंसी एक्शन कैसे लें
अगर हम वाहन से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं या किसी दूसरे को ग्रसित देखते हैं तो हमें प्राथमिक उपचार सावधानी पूर्वक करना चाहिए। किसी मेडिकल एजेंसी की अनुपस्थिति में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
पुलिस व एंबुलेंस को इमरजेंसी राहत के लिए कॉल करें।
घायल को आराम में रहने दें और भरोसा दिलाते रहे।
शरीर के किसी हिस्से से खून बह रहा हो तो बांधकर रखें।
दूसरों की मदद करने से पहले अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। इस बात का ध्यान रखें कि आप आग व धुए से दूर हो जो किसी वाहन दुर्घटनाग्रस्त की स्थिति में आम होता है। यदि आप ऐसा खतरा देखते हैं तो आप घायल को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करें। हालांकि सुझाव दिया जाता है कि बिना एक्सपर्ट की मदद मिले आप घायल को शिफ्ट ना करें। पर यदि स्थान सुरक्षित नहीं हो तो ऐसी स्थिति में घायल को किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि दुर्घटना स्थान से कोई कांच के टुकड़े या नुकीली चीज बिखर गई हो तो हटाने की कोशिश करें या अपनी गाडी में रखे छोटे बैरिकेड को लगा दें जिससे कि आने वाले वाहनों को कोई खतरा न हो।