आज के आधुनिक जीवन में इलेक्ट्रिसिटी एक बुनियादी जरूरत बन चुकी है।प्लांट में बिजली बनाई भी जाती है और इसे विभिन्न कामों के लिए उपयोग भी किया जाता है। घरों में भी हम लोग बिजली को विभिन्न कामों के लिए उपयोग करते हैं। इलेक्ट्रिसिटी अगर सही ढंग से उपयोग न की जाए तो बहुत ही खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकती है। इलेक्ट्रिसिटी मित्र के साथ शत्रु भी है। अगर तौर तरीके से इस्तेमाल ना की जाए तो बिजली के कामों में बिजली का झटका लगना, शॉर्ट सर्किट होना,आग लगना,आर्क फ्लैश से जल जाना जैसे तमाम खतरे होते हैं। इन सब खतरों से बचने के लिए हम सब को विधुत सुरक्षा से संबंधित बातों का जानना बहुत जरूरी है।
विधुत सुरक्षा सम्बन्धी कुछ सुरक्षा सावधानियां इस प्रकार हैं:-
सभी इलेक्ट्रिकल टूल्स व उपकरणों के उपयोग से पहले कंडीशन चेक करना चाहिए। इन सब को आई. एस. आई. अथवा सी. ई. से प्रमाणित होना चाहिए। अगर इन में कोई डिफेक्ट पाया जाता है तो इसकी सूचना तुरंत अपने सुपरवाइजर को दें।
विधुत उपकरणों में डबल बॉडी अर्थिंग का प्रावधान सुनिश्चित करें।
केवल अधिकृत (इलेक्ट्रीशियन) व्यक्ति ही बिजली के कामों को करें।
इलेक्ट्रिकल पेनल रूम में आर्क फ्लैश, शॉक हजार्ड बाउंड्री की मार्किंग करें तथा इन निर्धारित सीमाओं का पालन करें।
आर्क फ्लैश, शॉक हजार्ड बाउंड्री के अंदर काम होने पे उचित पी. पी. ई. जैसे आर्क फ्लैश सूट, इलेक्ट्रिकल हैंड ग्लव्स, सेफ्टी शूज, चस्मा इत्यादि का इस्तेमाल करें।
इलेक्ट्रिकल हैंड टूल्स, लाइटिंग सर्किट, के लिए ई. एल. सी. बी. का प्रावधान होना चाहिए। ई. एल. सी. बी. की ट्रिपिंग सेंस्टिविटी 30mA होना चाहिए।
इलेक्ट्रिकल टूल्स व उपकरणों को केबल पर नहीं टांगना चाहिए।
कार्यस्थल पर बिजली की तारों को सुरक्षित तरीके से लगाना चाहिए व कार्यस्थल तक सुरक्षित ले जाना चाहिए।
इलेक्ट्रिकल पेनल के सामने प्रमाणित रबड़ मैट बिछाना चाहिए।
इलेक्ट्रिकल आइसोलेशन करने से पहले सुनिश्चित कर लें की संबंधित ड्राइव बंद है। नहीं तो आर्क फ्लैश हो सकता है।
एस्कावेसन (खुदाई) परमिट पे क्लीयरेंस देने से पहले, ड्राइंग चेक करे कि कहीं कोई केबल तो नहीं है। केबल डिटेक्टर से चेक करे और अगर कोई केबल पाई जाती है तो केबल की पॉवर ऑफ करें या जरूरी सुरक्षा सावधानी बताएं। इन सब के बाद ही खुदाई के लिए क्लीयरेंस दें।
इलेक्ट्रिकल टूल्स का उपयोग करते समय, सॉकेट में नंगे तार ना लगाऐं। ऐसा करने से करंट लग सकता है और शार्ट सर्किट हो सकता है।
इलेक्ट्रिकल एक्सटेंशन केबल में जॉइंट नहीं होना चाहिए। अगर किसी कारण वश जॉइंट आता है तो उसे मैल – फीमेल कनेक्टर से बनाएं ।
इलेक्ट्रिकल टूल्स या मशीन के चालू हालत में प्लग ना निकालें। पहले मशीन बंद करें फिर प्लग निकाले।
अस्थायी इलेक्ट्रिकल केबल को जमीन से लगभग दो मीटर की ऊंचाई पर किसी विधुत अवरोध आधार से बांध कर सुखी लकड़ी के सपोर्ट से ले जाएं।
किसी 600 वोल्टेज से ज्यादा की वायरिंग में फेसिंग अथवा बैरियर लगायें जिससे कि कोई अनाधिकृत व्यक्ति अंदर ना जा सके।
कम वोल्टेज के इलेक्ट्रिकल टूल्स या उपकरण का उपयोग करना चाहिए।
डबल इंसुलेटेड इलेक्ट्रिकल हैंड टूल्स का उपयोग करना ज्यादा सुरक्षित होता है।
लेड बैटरी बैंक रूम में अच्छा वेंटिलेशन होना चाहिए।
लेड बैटरी रूम में 200 ग्राम लाइम पाउडर रखना चाहिए।
इंडस्ट्रीयल थ्री पिन प्लग टॉप का उपयोग इलेक्ट्रिकल कनेक्शन करने के लिए करना चाहिए।
सभी सब स्टेशन में दो एंट्री व एगजित पॉइंट होने चाहिए। और इन पर खुद में चमकने वाले साइन बोर्ड लगाने चाहिए।