कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट व सम्बंधित इंडस्ट्री में सुरक्षा से सम्बंधित देख-रेख करने के लिए स्वम् सेवी संस्थाओं का बहुत योगदान है। इन संस्थाओं को हर राज्य या देश की सरकार से मान्यता प्राप्त है। इन संगठनों के तहत सुरक्षा जाँच की कार्य प्रणाली बनाई जाती है जैसे सुरक्षा के नए आयामों को प्रस्तुत करना, दुर्घटना के कारणों को खोजना व उनका निदान करना आदि आदि तथ्यों को ध्यान में रखकर ये संगठन अपना अपना कार्य करते हैं। प्रस्तुत है राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाले विभिन्न संगठनों के नाम व उनके कार्यों की रुपरेखा।
- NSC – National Safety Council (राष्ट्रिय सुरक्षा परिषद)
- NFPA – National Fire Protection Association नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन
- ILO – International Labor Organization (अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन)
- WSC – World Safety Council (विश्व सुरक्षा संगठन)
- BSC – British Safety Council (ब्रिटिश सुरक्षा परिषद)
- LPA – Loss Prevention Association (लोस्स प्रिवेंशन एसोसिएशन)
- BIS – Bureau Indian Standard (भारतीय मानक ब्यूरो)
- NSC – National Safety Council (राष्ट्रिय सुरक्षा परिषद)
नेशनल सेफ्टी कौंसिल की तरफ से श्रम मंत्री सम्मेलन में 1962 में आयोजित 22 वें सत्र में सिफारिश की गई कि “कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट व कारखानों में सुरक्षा पर सम्मेलन आयोजित किया जाना चाहिए और दुर्घटना रोकने के अभियान के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना के प्रश्न पर विचार किया जाना चाहिए”। श्रम मंत्रालय की स्थाई समिति के 24 वें सत्र में फरवरी, 1966 में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के गठन से संबंधित प्रस्ताव स्वीकार किया गया। इसी आधार पर, एन एस सी की स्थापना श्रम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 4 मार्च, 1966 को की गई थी। हर साल ४ मार्च को भारत में कारखानों और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट पर सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसे सोसाइटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के अधीन एक संस्था के रूप में और बाद में मुंबई पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम, 1950 के अधीन एक सार्वजनिक न्यास के रूप में पंजीकृत किया गया ।
राष्ट्रिय सुरक्षा परिषद ने निम्नलिखित कार्यों कि रुपरेखा तैयार की है:-
दुर्घटनाओं को रोकना, दुर्घटनाओं का अध्ययन करना एवं कारणों को खोजना और निदान करना ।
स्वास्थ्य पर्यावरण आदि कि संभावित खतरों से बचाना ।
अलग अलग राज्यों से उसी भाषा के अनुरूप सेफ्टी अवेर्नेस से सम्बंधित पोस्टर, फिल्म, पत्रिका में औधोगिक सेफ्टी से सम्बंधित समाचार पत्र प्रकाशित करना ।
इसके अलावा नेशनल सेफ्टी कौंसिल अंतरराष्ट्रीय संगठनों से भी ताल मेल बनाये रखती है।
- NFPA – National Fire Protection Association (नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन)
नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन (एनएफपीए) एक अंतर्राष्ट्रीय स्व-निधिकृत गैर-लाभ संगठन है जिसकी स्थापना 1896 में हुई थी जो अग्नि, विद्युत और संबंधित खतरों के कारण मृत्यु, चोट, संपत्ति और आर्थिक हानि को समाप्त करने के लिए समर्पित है।
जीवन को बचाने में मदद करने और जानकारी, ज्ञान और जुनून के साथ नुकसान को कम करने के लिए यह संस्था कार्यरत है।इसका मुख्य कार्यालय स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा शहर में स्थित है। यह संगठन हर देश के राष्ट्रिय स्तर के संगठनों को सुरक्षा सम्बंधित सुझाव देता है और नवीनतम आंकड़ों व तथ्यों को एकत्रित करने व नई सुरक्षा निति के बारे में विचार विमर्श करती है ।
- ILO – International Labor Organization (अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन)
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) अंतर्राष्ट्रीय रूप से मान्य तथा सामाजिक न्याय के क्षेत्र को बढ़ावा देना व मानव और श्रम अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
आई. एल. ओ. सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों के प्रतिनिधियों को एक साथ मिलाकर श्रम मानक स्थापित करने, नीतियां विकसित करने और सभी महिलाओं तथा पुरुषों के लिए सभ्य कार्य को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम बनाने की योजना बनाता है।
आज आई एल ओ अच्छी कार्यसूची, आर्थिक और कार्य परिस्थितियों को आगे बढ़ाने में मदद करती है, जो सभी कामगारों, नियोजकों और सरकारों को स्थायी शांति, समृद्धि और प्रगति में हिस्सेदारी प्रदान करती है।
- WSC – World Safety Council (विश्व सुरक्षा संगठन)
विश्व सुरक्षा संगठन (डब्ल्यू एस ओ) की स्थापना मनीला, फिलीपिंस, फिलीपीन्स में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के परिणाम स्वरूप 1975 में की गई थी। उस सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के एक हज़ार से अधिक प्रतिनिधियों का मंडल था (थाईलैंड, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, चीन, ईरान, सिंगापुर, स्पेन, नाइजेरिया, इराक, तुर्की, तुर्की, पापुआ न्यू क्वीन, फिलीपींस, हांगकांग और अन्य)। इस अवसर पर सम्मेलन के प्रतिनिधियों ने सुरक्षा, पर्यावरण और इससे सम्बंधित क्षेत्रों में सूचना के अंतराष्ट्रीय आदान-प्रदान, कार्यक्रम, नई अनुसंधान विधियों और आंकड़ों की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की।
- BSC – British Safety Council (ब्रिटिश सुरक्षा परिषद)
ब्रिटिश सुरक्षा परिषद शिक्षा और व्यावहारिक मार्गदर्शन के माध्यम से लोगों को उनके काम में यथासंभव सुरक्षित और स्वस्थ रखने का कार्य करते हैं। यह ब्रिटेन की सुरक्षा परिषद है और इसका मुख्य कार्यालय लन्दन में है।
- LPA – Loss Prevention Association (लोस्स प्रिवेंशन एसोसिएशन)
LPA राष्ट्रिय स्तर पर काम करती है। इसका गठन 1978 में हुआ और यह अलाभकारी संस्था के रूप में कार्य करती है। यह एसोसिएशन रोड दुर्घटना व कार्गो दुर्घटना में अपनी सेवाएं देना, जिन उद्योगों ने बीमा करवा रखा है वहां का ऑडिट करना और सुरक्षा देना, आपदा नियंत्रण प्रणाली का विकास करना, विभिन्न तरह की दुर्घटनाओं का अध्ययन व विश्लेषण करना आदि आदि कार्यों में अपना योगदान देती है।
- BIS – Bureau Indian Standard (भारतीय मानक ब्यूरो)
भारतीय मानक ब्यूरो भारतीय मानक निकाय है जिसकी स्थापना भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम 2016 के तहत वस्तुओं का मानकीकरण, अंकन व क़्वालिटी निर्धारित करना और राष्ट्रिय अर्थव्यवस्था को विश्वसनीय गुणवत्ता की वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए कई तरह से वहनीय और सुगम्य लाभ प्रदान करता है। मानकीकरण, प्रमाणीकरण और परीक्षण के माध्यम से उपभोक्ताओं को स्वास्थ्य और सुरक्षा संबंधी ख़तरों को कम करना है।